essay on holi in hindi

Essay on Holi in Hindi 150 Word: होली हमारे भारत देश का प्राचीन और प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। होली को हसी ख़ुशी तथा रंगो का त्यौहार भी कहा जाता है।

भारत में होली का उत्सव अलग अलग प्रदेशो में अलग अलग तरीके से मनाया जाता है। होली के पहले दिन होलिका दहन किया जाता है। होलिका दहन के लिए सूखी लकड़ी, घास और गोबर का ढेर जलाकर गाते है।

होलिका दहन के पीछे एक पौराणिक कथा है। भगवान विष्णु ने इस दिन अपने भक्त प्रह्लाद की असुर हिरण्यकश्यप और होलिका के दिए दंड से मुक्तता की थी।

होली के दूसरे दिन को धुलेंडी कहते है इस दिन लोग रंगो से खेलते है। इस दिन लोग रंगो से खेलते है कुछ लोग एक दूसरे पर अबीर गुलाल भी डालते है। होली पर लोग एक दूसरे के घर जाकर शुभकामनाये देते है, घर घर में गुजिया, हलव जैसे स्वादिष्ट पकवान बनाये जाते है इस त्यौहार पर बच्चे बूढ़े और जवान भेदभाव मिट जाते है।

होली का त्यौहार हमें प्रेम और भाईचारा का सन्देश देता है।

Essay Two

होली का त्यौहार प्रत्येक वर्ष फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह हिन्दू धर्म का प्रमुख त्यौहार है जिसे रंगो का त्यौहार भी कहा जाता है।

होली का त्यौहार हिरण्यकश्यप की बहन होलिका के दहन की ख़ुशी में मनाया जाता है। होली का त्यौहार पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है और हर साल लाखो विदेशी होली मनाने भारत आते है।

होली के दिन सभी सुबह ही एक दूसरे को रंग लगाने में लग जाते है और अनेक प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करते है। होली के दिन लोग अपने घरो में तरह तरह के पकवान और मिठाईया बनाते है।

होली पर एक दूसरे को रंग लगते हुए सावधानी बरतनी चाहिए। होली के दिन बच्चे बूढ़े और बड़े सभी बहुत खुश नजर आते है। होली का त्यौहार हमे एक दूसरे से मिलजुलकर रहने और बुराई पुराने झगड़े और दुश्मनी को खत्म करने का अवसर देती है। होली का त्यौहार बुराई पर अच्छे की जीत का प्रतीक है। 

Essay Three

होली रंगो का त्यौहार है यह मौसमी पर्व है और हिन्दुओ को सबसे अधिक आनंद देने वाला है। यह त्यौहार समस्त देश में मनाया जाता है। ये मार्च महीने में चैत के प्रथम दिन मनाया जाता है।

इसकी पृष्ठ्भूमि में एक कहानी है, बहुत प्राचीनकाल में हिरण्यकश्यप नामक अत्याचारी राजा था। उसे ईश्वर में विश्वास नहीं था, उसने अपनी प्रजा को ईश्वर की उपासना करने पर रोक लगा दी उसका पुत्र प्रहलाद ईश्वर भक्त था।

होली का निबंध हिंदी में

दुष्ट राजा ने अपनी बहन होलिका को आदेश दिया की वह प्रहलाद को आग में जिन्दा जला दे। होलिका एक ईश्वरीय वरदान के अनुसार आग में नहीं जल सकती थी। परन्तु ईश्वर की महिमा अद्भुत है होलिका जल गयी और प्रहलाद का कुछ नहीं बिगड़ा। इसी घटना की याद में होली के पहले की रात में होलिका दहन किया जाता है।

होलिका दहन के बाद का दिन विनोद एवं रंगो का होता है। लड़के लड़किया रंगो से खेलते है। लोग समूहों में गलियों और सड़को पर घूम घूमकर हस्ते, गाते और नाचते है। वे ढोल बजाते है गाना गाते है। हास्य विनोद अपनी सीमा पर पहुंच जाता है वे अबीर गुलाल हाथ में लेकर अपने मित्रो और परिवारों के माथे में लगते है। संध्या समय लोग एक दूसरे को गले से लगते है।

Holi Essay In Hindi 300 Words

होली आनंद देने वाला त्यौहार है यह त्यौहार लोगो को चिंतामुक्त करता है। लोग विभिन्न ढंग से अपनी ख़ुशी व्यक्त करते है।

कुछ लोग इस अवसर पर कीचड़ एवं गंदे पानी डालते है यह उचित नहीं है कुछ लोग नशीली वस्तुओ का सेवन करते है, गंदे गाने गाते है तथा नारियो का अपमान करते है। असामाजिक तत्व इस अवसर को गन्दा बनाते है

होली का त्यौहार हमें प्रेम की शिक्षा देता है इसे उचित ढंग  मनाना चाहिए हम लोगो को सभ्य नागरिक की तरह व्यवहार करना चाहिए यह त्यौहार हमें भाईचारे का पाठ पढ़ता है।

Essay Four

प्रस्तावना

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। वह हमेशा त्यौहार का प्रेमी रहा है। हमारे देश में समय समय पर किसी न किसी त्यौहार का आयोजन होता रहा है जैसे रक्षाबंधन, दीपावली, दशहरा, होली आदि। जिनसे आपस में मित्रता का भाव भी उत्पन्न होता है।

होली मनाने का समय

होली त्यौहार भी बसंत ऋतू का त्यौहार माना जाता है यह त्यौहार फाल्गुन महीने की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है, परन्तु इसका प्रारम्भ माघ पूर्णिमा से हो जाता है। जिसकी अवधि एक माह की होती है। सम्पूर्ण माह में होली के गीतों का आयोजन होता रहता है। इस त्यौहार के समय न तो अधिक गर्मी पड़ती है और न अधिक सर्दी।

मनाने के कारण

इस उत्सव के मनाने के संबंध में अनेक कथाये भी प्रचलित है उस सभी कथाओ में यह कथा अधिक प्रसिद्ध है की होलिका अपने भाई हिरण्यकश्यप की आज्ञा मानकर प्रहलाद को गोदी में बैठकर अग्नि में प्रवेश कर गयी, किन्तु भक्त प्रहलाद सकुशल निकल आया और होलिका वही जलकर भस्म हो गयी उसकी स्मृति में प्रतिवर्ष होलिका दहन और होली का त्यौहार मनाया जाता है।

होली का निबंध हिंदी में

होली पर निबंध 400 शब्दों में

कुछ लोग इस प्रकार बताते है की प्राचीन काल में यह त्यौहार सामूहिक यज्ञ के रूप में मनाया जाता था। जिसमे अन्न की आहूति देकर देवताओ को खुश किया जाता था। आज भी होली में गेहू की बलिया भूनी जाती है और उनके दानो को प्रसाद के रूप में परिवार में वितरित किया जाता है।

होली का वर्णन

इस त्यौहार के आगमन के पूर्व ही व्यक्ति रंग और गुलाल लगाना प्रारम्भ कर देते है। प्रत्येक घर में नाना प्रकार के पकवान एवं मिठाईया बनायीं जाती है। सभी व्यक्ति बड़े सुन्दर ढंग के मित्र भाव उत्पन्न करके होली के मधुर गीत गाते है और आपस में रंग और गुलाल का लगते है। रंग क्रीड़ा के बाद सभी व्यक्ति स्वच्छ परिधान धारण करते है और सभी व्यक्ति सम्पूर्ण वर्ष के आपसी द्वेष भावो को भूलकर प्रेमपूर्वक एक दूसरे से मिलते है।

 उपसंहार

हमारा कर्तव्य है की हमें त्योहारों का वास्तविक उदेश्य समझकर आपस में प्रेमभावनाओ के साथ त्यौहार मनाना चाहिए। नाना प्रकार की कुरीतियों एवं दोषो का त्याग करके त्यौहारो को उचित सम्मान देना चाहिए तथा सामाजिक का आदर्श स्थापित करना चाहिए क्युकी व्यक्ति समाज से ही नागरिकता का पाठ सीखता है।

Essay Five

Holi Essay In Hindi: होली हिन्दुओ का प्रमुख त्यौहार है यह त्यौहार फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस समय ग्रीष्म ऋतू की शुरुवात हो जाती है। यह दीन बुराई पर अच्छे का प्रतिक है।

एक कथा है – प्राचीन काल में हिरण्यकश्यप नाम का एक असुर राजा था। वह स्वयं को ईश्वर से भी महान समझता था।  प्रह्लाद परम ईश्वर भक्त था। हिंयकश्यप ने प्रह्लाद को ईश्वर भक्ति छोड़कर अपनी भक्ति करने का आदेश दिया।

परन्तु प्रह्लाद ने पिता की एक न मानी। अंत में पिता ने प्रह्लाद को जलाकर मार देने का निश्चय किया। हिरण्यकश्यप की बहन होलिका के पास एक अग्नि रोधक चादर थी।

उस पर आग का कोई प्रभाव नहीं पड़ सकता था। असुरराज ने अपन बहन को चादर ओढ़कर और प्रह्लाद की गोद में लेकर चिता पर बैठ गयी।

Essay On Holi In Hindi 150 Words

जब आग की लपटे उठी तो हवा का एक ऐसा झोंका आया जिससे चिटा की चादर होलिका के ऊपर से उड़कर प्रह्लाद से चिपक गयी। इसका परिणाम यह हुआ की होलिका तो जल गयी परन्तु प्रह्लाद आग से सुरक्षित निकल आया।

अगले दिन रंग खेला जाता है। सभी एक दूसरे पर रंग, गुलाल आदि मलते है। बच्चे छोटी छोटी पिचकारियां लेकर एक दूसरे पर रंग डालते है मौज मस्ती करते है।

छोटे बड़ो की टोलिया हर गली मोहल्लो में गाते बजाते निकलते है। सब एक दूसरे के मुँह पर गुलाल, रंग आदि लगाकर गले मिलते है। सभी कटुता को भूलकर प्रेम प्यार के रंग में रंग जाते है।

वास्तव में होली मेल मिलाप का त्यौहार है। होली का सन्देश है – अपने मन की बुराइयों को समाप्त करके अच्छाइयों को अपनाओ यही स्वस्थ जीवन की राह है।

Essay Six

भारत त्योहारों का देश है यहाँ अनेक धर्मो के लोग रहते है। उन सभी के अपने अपने त्यौहार है होली हिन्दुओ के प्रसिद्ध त्योहारों में से एक है। यह फाल्गुन महीने में भारत के अनेक राज्यों में बड़े आनंद के साथ मनाई जाती है।

ऐसा कहा जाता है की होली का त्यौहार बसंत ऋतु का स्वागत करता है। यह सभी के लिए हर्ष और आमोद – प्रमोद का त्यौहार है।

होली मनाये जाने के पूछे कई कहानिया है। राजा हिरण्यकश्यप और उसके पुत्र प्रह्लाद से संबंध कहानी उनमे सबसे प्रसिद्ध है।

राजा हिरण्यकश्यप चाहता था की लोग उसे ईश्वर की तरह पूजा करे। परन्तु उसके पुत्र ने उसके आदेशों को स्वीकार नहीं किया। वह भगवन विष्णु का उपासक था। इसलिए राजा ने अपनी बहन होलिका से प्रह्लाद को मार दाने को कहा।

ईश्वर द्वारा उसे आग में न जलने का वरदान प्राप्त था। वह प्रह्लाद को मार डालने के लिए अपनी गोद में लेकर आग में बैठ गयी। परन्तु चमत्कारिक रूप से वह जल गयी और भगवन विष्णु ने प्रह्लाद को बचा लिया।

Holi Essay In Hindi 300 Words

बुराई पर अच्छे की इस दिन जीत को व्यक्त करने के लिए होली की पूर्व संध्या पर होलिका दहन होती है। यह माना जाता है की सभ बुरी शक्तियां उस आग में जल जाती है।

अगली सुबह लोग रंगो से खेलते है वे एक दूसरे को गले लगते है बच्चे एक दूसरे पर रंगीन गुब्बारे फेंकते है। वे पिचकारियों से खेलते है। बड़ी बड़ी टंकिया रंगीन पानी से भर दी जाती है। लोग इस पानी को एक दूसरे पर फेंकते है और आनंद लेते है।

संध्या काल में लोग एक दूसरे के चेहरों पर गुलाल लगते है। बच्चे अपने से बड़ो के पैरो पर गुलाल रखकर उनसे आशीर्वाद लेते है। अनेक स्वादिष्ट व्यंजन, जैसे गुलाबजामुन, गुजिया, दहीबड़ा, मठरी एवं मालपुवा बनाये जाते है। प्रत्येक व्यक्ति उन्हें खता है और आनंद लेता है। 

होली भाईचारे और खुशियों का त्यौहार है। लमलोग सभी बैर और ईर्ष्या भूल जाते है। लोग सकारात्मक भाव से एक दूसरे से मिलते है। इस प्रकार के होली जैसे त्यौहार हमें एक दूसरे से संगठित रखते है।

7 thoughts on “Essay on Holi in Hindi”
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