Teachers Day Poem In Hindi 2023: शिक्षक दिवस 5 सितंबर को डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। शिक्षकों के सम्मान के लिए हम हर साल शिक्षक दिवस मनाया जाता हैं और अपने गुरु को शिक्षक दिवस की बधाई भी देते हैं। शिक्षक दिवस के अवसर पर हम आपके लिए कुछ कविताये लिखी है। आशा करता हु यह कविताये आपको पसंद आयंगी।
Teachers Day Poem In Hindi 2023
POEM ONE
मेरी यह कविता राष्ट्र के उज्जवल भविष्य का निर्माण करने वाले शिक्षकों को समर्पित है।
ये सच है, की माँ मेरी पहली शिक्षक है, जन्म उसने दिया है, चलना मेरी माँ ने सिखाया है।
लेकिन जब मै तीन वर्ष का था, स्कूल का मार्ग मेरे पिता ने दिखाया था।
जब शिक्षक ने थामा था मेरा हाथ, मानो भगवान का अहसास मैंने पाया था।
वो गुरु ही है, जो हर मुश्किल में लड़ना सिखाते है, जिंदगी में जीत जाना ही सब कुछ नहीं।
कभी कभी हार भी बहुत कुछ सिखाती है, वो गुरु ही है, जो हार पर भी जीत का पाठ पढ़ाते है।
कदम कदम पर दिखाए सच्चा मार्ग वो हमें, तराश दे हीरे की तरह और एक बेहतर इंसान बना दे।
वो गुरु ही है, जो हमसे हमारी पहचान करा दे, ऐसे शिक्षक को मेरा शत शत नमन।
POEM TWO
शिक्षक है शिक्षा का सागर
शिक्षक बांटे ज्ञान बराबर।
शिक्षक मंदिर जैसी पूजा
माता पिता का नाम है दूजा।
प्यासे को जैसे मिलता है पानी
शिक्षक है वो जिंदगानी।
शिक्षक न देखे जात पात
निर्धन हो या हो धनवान।
शिक्षक को सब एक सामान
शिक्षक को सब एक सामान
शिक्षक माझी तो नाव किनारा
शिक्षक डूबते को सहारा,
शिक्षक का सदा ही कहना
शर्म लगन है सच्चा गहना।
POEM THREE
राग रंग का ज्ञान नहीं फिर भी मै वंदन करता हु।
ऐ गुरुवर तेरे चरणों में मैं मस्तक से चन्दन करता हु।
ऐ गुरुवर तेरे चरणों में मैं मस्तक से चन्दन करता हु।
मेरे जीवन में जो दिखता वो व्यवहार तुम्ही तो हो, जो कुछ पाया मैंने उसका तो आधार तुम्ही तो हो।
Teachers Day Poem In Hindi 2023
नागफनी के कांटो में जो तुमने फूल खिलाये है, वो फूल शब्द में संशोधित हो तुम पर खिलने आये है।
अक्षर अक्षर जोड़ आपकी महिमा मंडन करता हु,
ऐ गुरुवर तेरे चरणों में मै भाल से चन्दन करता हु। ऐ गुरुवर तेरे चरणों में मै भाल से चन्दन करता हु।
हम अपनी मंजिल पा जाए पूरा जोर लगाते हो,
जब हम आगे बढ़ जाते तो मन मन मुस्काते हो।
हमको अपनी सुखद छाँव दे जाने वाले तरुवर हो,
हमको सत पथ पर ले जाने वाले मेरे गुरुवर हो।
गाड़ी बंगला नौकर चाकर सब समृद्धि संभव है,
ज्ञान आपसे मिला जो हमको वो ही सच्चा वैभव है।
बारम्बार आपका गुरुवर मैं अभिनन्दन करता हु,
ऐ गुरुवर तेरे चरणों में मै भाल से चन्दन करता हु।
ऐ गुरुवर तेरे चरणों में मै भाल से चन्दन करता हु।
शिक्षा शुचिता और समर्पण बाते गहन सिखाई है,
तमस ह्रदय का दूर भगाया ज्ञान की अलख जगाई है।
धरती सा धीरज का ज्ञान फूँकने वाले हो,
हम सब के सपनो में गुरुवर ज्ञान फूकने वाले हो।
यदि मुझमे उथला है तो तुम सागर सी गहराई हो,
यदि मुझमे कुछ कमी बची तो तुम उसकी भरपाई हो।
अपने हिय के भावो से कुछ शब्द आचमन करता हु,
ऐ गुरुवर तेरे चरणों में मै भाल से चन्दन करता हु।
ऐ गुरुवर तेरे चरणों में मै भाल से चन्दन करता हु।
POEM FOUR
हर प्रकार से नादान थे तुम, गीली मिट्टी के सामान थे तुम, आकर देकर तुम्हे घड़ा बना दिया, आज अपने पैरो पर तुम्हे खड़ा कर दिया।
हारे हुए इंसान के भीतर न टूटने वाली उम्मीद जगा दे, कर्म मेरे इतने अच्छे की ऐसे शख्श को भगवान मेरा गुरु बनाये।
Teachers Day Kavita In Hindi
नहीं है कोई शब्द कैसे करू धन्यवाद, बस चाहिए हर पल आप सब का आशीर्वाद, हु जहाँ आज मैं उसी में है बड़ा योगदान, आप सब का जिन्होंने दिया है मुझे इतना बड़ा योगदान।
आओ मिलकर इस शिक्षक दिवस के अवसर पर, इन सभी महात्माओ का सत्कार करे, शत आयु ये ज्ञान के सागर सारे ऐसे अनेक गुरुओं को प्रणाम बारम्बार करे।
जिसकी सफलता का पैमाना मेरा सफल हो जाना है, वही गुरु के वातशल्य की सदृढ़ शश्क्त परिभाषा है
हे गुरुवर यदि मैंने कभी आपका अनादर किया हो तो छमा मांगता हु, आपके निर्मल निस्वार्थ स्वरुप को मानवता की परिभाषा मानता हु।
अपना आशीष मेरे शीश पर सदैव रखना, भटक चूका हु इस चक्रव्यूह में, मैं आपको ही अपने रथ का साथी मानता हु।
गुरु वही जो जीना सीखा दे, आपसे अपनी पहचान करवा दे, मुश्किलों से बढ़कर आगे बढ़ जाओ तुम वह तुम्हे इतना समझदार बना दे।
तराश दे हिरे की तरह तुमको दुनिया के रास्तो पर चलना सीखा दे।
धन्यवाद।
POEM FIVE
मैडम मेरी बहुत है प्यारी,
लगती मुझको जग से न्यारी।
जीवन का हर सबक सिखाती,
सच्चाई की राह दिखाती।
मैडम मेरी बहुत है प्यारी,
लगती मुझको जग से न्यारी।
कभी शख्त, कभी नरम हो जाती,
फिर भी दिल को सदा है भाती।
मैडम मेरी बहुत है प्यारी,
लगती मुझको जग से न्यारी।
POEM SIX
गुरु के बिना ज्ञान नहीं,
ज्ञान के बिना कोई महान नहीं।
भटक जाता है जब इंसान,
गुरु का ज्ञान आता तब काम।
हमारी कमियों को बताने वाले,
हमें हम से मिलाने वाले,
किसी को इंजीनियर तो किसी को डॉक्टर बनाने वाले।
राष्ट्र के निर्माण में अप्रत्यक्ष रूप से सबसे अधिक योगदान देने वाले,
सरल स्वभाव है जिनका गुरु नाम है उनका।
जीवन के अँधेरे में रोशनी दिखाने वाले।
Hindi Poem On Teacher
जब सारे दरवाजे बंद हो जाए, तो नए रास्ते बताने वाले, गुरु नाम है उनका।
गिरते है जब हम तो उठाते है हमें।
जीवन की राह में आगे बढ़ाते है हमें,
कभी दोस्त बनकर साथ हस्ते तो कभी माता पिता बन जीवन संजोते गुरु नाम है उनका।
इनकी महिमा का जितना भी करू बखान काम पड़ जाए शब्द मेरे,
क्युकी गुरु के बिना ज्ञान नहीं, ज्ञान के बिना कोई महान नहीं।
POEM SEVEN
यह उनकी कहानी है, जिन्हे हम गुरु, मैडम, सर या अपना टीचर कहते है।
हाँ, ये वही है जिनकी क्लास में अक्सर तुम छुपकर टिफ़िन खाया करते थे।
होम वर्क तो घर पर छूट गया मैडम, ऐसे बहाने बनाया करते थे।
ये वही है, जो तुम्हारी गलतियों पर अक्सर तुम्हे टोक दिया करते थे।
पर अब न वो रोकना न टोकना, सब कुछ जैसे Fine हो गया है।
अरे अब तो स्कूल भी ऑनलाइन हो गया है।
अब तुम होम वर्क करो, न करो, क्या फर्क पड़ता है।
टीचर्स की डांट से अब कहा कोई बच्चा डरता है।
पर काश, काश तूम समझते की ये वो लोग है जिन्होंने अपने अंदर वो अरमान रखा है।
इस मुसीबत के समय में कही तुम पीछे न छूट जाओ, इसीलिए तुम्हारा हाथ थाम रखा है।
कईयों की सफलता का वो अनकहा सा वजूद रहे है।
तुमको आगे बढ़ा कर, पीछे हमेशा खुद रहे है।
मिलो दूर घर बैठकर स्क्रीन को घूर कर सीखना आसान नहीं होता है।
कितनी भी दिक्कते झेलनी पड़े, पर तुम्हे सिखाना एहसान नहीं होता।
वो हिंदी की मैडम जो तुम्हे कविता सिखाया करती थी, पूरे क्लास में घूम कर।
आज उनकी कविताये मिलती है Youtube और Zoom पर।
Teachers Day Ke Liye Poem
क्युकी वो जानते है की तुम इस देश के भविष्य हो, तुम्हे अभी हासिल वो मुकाम करना है।
आगे चलकर तुम्हे रौशन उन सबका नाम करना है।
तो चलो, आज थोड़ा सा वक्त निकालकर उनका हौसला बढ़ाया जाए।
इस जंग में वे अकेले नहीं है, तुम भी उनके साथ हो ये उन्हें बताया जाए।
क्युकी ये वो योद्धा है जिन्होंने अब तक हार नहीं मानी है।
आज के दिन सलाम करते है हम ऐसे टीचर्स को।
POEM EIGHT
अ से अनार, आ से आम,
सब टीचर ने सिखाया।
जिस तरह एक एक निवाला,
माँ ने हमें खिलाया।
माँ सदैव आँचल में हमको,
छिपाये रखना चाहती।
टीचर दुनिया से मुक़ाबला,
करना है सिखाती।
माँ परीक्षा नाह लेती,
ताकि हम हार न जाए।
टीचर परीक्षाएं बार बार लेती,
ताकि हम काबिल बन जाए।
माँ कहती उधर न चढ़ना,
वरना गिर जाओगे।
टीचर कहती बेशक गिरो फिर चढ़ो,
एक दिन संभल जाओगे।
इस तरह जीवन में जीत,
हासिल करना सिखाते है टीचर।
कभी भुलाये नहीं जाते,
उम्रभर याद आते है टीचर।
POEM NINE
आपने मुझे सही रास्ता दिखाया,
सच्चाई के पथ पर चलना सिखाया।
देश भक्ति की लौ को,
आपने ही मेरे अंदर जगाया।
जीवन के कठिनाई भरे रास्तो को,
आपने ही आसान बनाया।
अपने पथ से जब भी मै भटका,
आपने ही सही राह पर मुझे लाया।
ऐसे शिक्षक के लिए शब्द है कम,
अपने गुरुवर को मेरा सविनय नमन।
करना चाहता हु आपसे निवेदन,
सदैव देते रहना मुझे मार्गदर्शन।
POEM TEN
जैसे सूरज बिना सवेरा नहीं,
वैसे शिक्षक बिना ज्ञान संभव नहीं।
शिक्षक न देखता जात-पात,
शिक्षक न करता कोई पक्ष पात।
अच्छे बुरे का जो फर्क समझता,
वह शिक्षक भगवान के तुल्य कहलाता।
जीवन के पथ में संघर्ष है बहुत,
पर गुरु का ज्ञान बना देता है सब सरल।
Shikshak Diwas Par Kavita
आओ मिलकर हम शिक्षक दिवस मनाये,
करे अपने सब शिक्षक को दिल से नमन।
POEM ELEVEN
आप देते हो हमको शिक्षा,
फिर लेते हो हमारी परीक्षा।
इस सब से छुपा है,
आप का असीम प्यार।
इसी प्यार से करते हो,
हमारे जीवन का विस्तार।
गलती करे तो हमें समझाते,
हम रोये तो हमें हसाते।
माता पिता ने दिया जीवन दान,
आप बनाते है इसे महान।
ज्ञान का दीप आप जलाकर,
हमारी चमक बढ़ाते हो।
विद्या का जल हमें पिलाकर,
जीने का ढंग सिखाते हो।
इसलिए मै कहता/कहती हु,
जीवन में कुछ पाना है तो।
शिक्षक का सम्मान करो, शीश झुकाकर आदर से तुम बच्चो उन्हें प्रणाम करो।
POEM TWELVE
शिक्षक की गोद में उत्थान पलता है।
सारा जहां शिक्षक के पीछे ही चलता है।
काल की गति को शिक्षक मोड़ सकता है।
शिक्षक धरा से अम्बर को जोड़ सकता है।
याद रखो चाणक्य ने इतिहास बना डाला था।
क्रूर मगध के राजा को मिट्टी में मिला डाला था।
बालक चन्द्रगुप्त को सम्राट बनाया था।
तब एक शिक्षा ने अपना लोहा मनवाया था।
शिक्षक से ही अर्जुन और युधिष्ठिर जैसे नाम है।
शिक्षक की निंदा करने से दुर्योधन बदनाम है।
शिक्षक की अनदेखी से वो रावण भी कहलाते है।
हम सब ने भी शिक्षक बनने का स्व अवसर पाया है।
बहुत बड़ी जिम्मेदारी को हमने गले लगाया है।
अपने प्यारे भारत को हम जगतगुरु बनायंगे।
POEM THIRTEEN
इन लफ्ज की शुरुवात उस दिन हुई थी,
जब हम पहली बार स्कूल गए थे।
उस दिन हम बोहोत रोये थे और,
जहा हमने घरवालों से एक कदम पीछे किया था,
वही दूसरी तरफ इनकी और पहला कदम बढ़ाया था।
पता नहीं था वो अनजाना सा चेहरा एक दिन जाना पहचाना बन जायेगा।
टीचर और स्टूडेंट का रिश्ता एक अलग ही होता है।
Teachers Day Par Kavita
कुछ हमारे प्रिय होते है, कुछ हमें बिलकुल भी पसंद नहीं होते।
किसी के लेक्चर के लिए 5 मिनट पहले आ जाते है,
तोह किसी का हफ्तों तक लेक्चर लेने का मन ही नहीं करता।
इनके हम तरह तरह के नाम रखते है,
पर कही न कही इनकी इज्जत भी जरूर करते है।
एक तरफ ये हमारे साथ हस्ते भी है और दूसरी तरफ हमें परेशान भी करते है।
इनका वो अटेंडेंस के लिए डराना, वो सरप्राइज टेस्ट लेना।
दो मिनट लेट आने पर भी क्लास से बहार निकालना,
और टेस्ट में काम नंबर आने पर घंटो तक लेक्चर सुनाना।
उनका वो हमारे साथ हसना और बात बात पर बिगड़ना, दिलाता है वो याद पुरानी।
उनका वो हमारे साथ हसना और बात बात पर बिगड़ना, दिलाता है वो याद पुरानी।
उनका वो हमारी जिंदगी में आना और,
कुछ सिखाना दे गया एक कहानी।
POEM FOURTEEN
गिरते है जब हम,
तो उठाते है शिक्षक।
जीवन की राह,
दिखते है शिक्षक।
अँधेरे ग्रहो पर बनकर दीपक जीवन को रौशन करते है शिक्षक।
कभी नन्ही आँखों में नमी जो होती, तो अच्छे दोस्त बनकर हमें हसाते है शिक्षक।
झटकती है दुनिया हाथ कभी जब, तो झटपट हाथ बढ़ाते है शिक्षक।
जीवन डगर है, जीवन समर है,
जीवन का संघर्ष सिखाते है शिक्षक।
देकर अपने ज्ञान की पूंजी,
हमें योग्य मानव बनाते है शिक्षक।
इस देश और दुनिया के लिए,
एक मुक्कमल समाज बनाते है शिक्षक।
नहीं हो कही अशांति अशांति,
बस यही एक पैगाम फैलाते है शिक्षक।